नई दिल्ली। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने शनिवार को लोक प्रसारक दूरदर्शन पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सत्तारूढ़ भाजपा की निजी संपत्ति नहीं है कि वह उसके जनसंपर्क का काम करे। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कुछ दिनों से दूरदर्शन (डीडी) ऐसी कुछ रिपोर्ट का प्रसारण कर रहा है जिसमें देश भर के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा करते और यह कहते हुए नजर आए हैं कि सरकार की विभिन्न योजनाओं से उन्हें काफी फायदा हुआ है।
येचुरी ने एक ट्वीट में कहा कि लोक प्रसारक लोगों के पैसे से चलता है और इसका मकसद लोगों की सेवा करना है। यह भाजपा या मोदी की निजी संपत्ति नहीं है कि जहां उनका पीआर हो। इस तरह के खिलवाड़ के लिए जो लोग जिम्मेदार हैं, उनकी जवाबदेही तय होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना वायरस महामारी के कारण पैदा संकट के समय सरकार अमीरों को लाभ पहुंचा रही है। येचुरी ने एक ट्वीट में लिखा कि अमीरों के लिए 252 बसों का इंतजाम, भूखे प्रवासी मजदूरों को लाठियां... ये फिर से याद दिलाता है कि कैसे भाजपा अमीरों को फायदा पहुंचाती है। गरीबों के लिए फूटी कौड़ी भी नहीं, कर्ज लेने वाले अमीरों को 7.76 लाख करोड़ का लाभ। येचुरी ने कहा कि अगर भाजपा सरकार उत्तराखंड और अन्य जगहों से अमीर श्रद्धालुओं को गुजरात लाने के लिए लग्जरी बसें भेज सकती है और उत्तर प्रदेश सरकार अमीर परिवारों के 7,500 छात्रों को राजस्थान से लाने के लिए 100 बसें भेज सकती है तो केंद्र को भी फंसे हुए भूखे कामगारों के लिए इंतजाम करना चाहिए। ऐसा करना कोई अपराध नहीं होगा।
प्रिय साथियों, कोरोना रोकथाम के मद्देनजर किये गये लाॅकडाउन से गरीबों, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, अनेक अनियमित जीविकोपार्जन के तरीकों को अपनाने वाले लोग बेहद संकट में हैं। निम्न और उच्च मध्यवर्ग को भी मुश्किलें आने वाली हैं। पीढ़ियों से जमे कारोबार और रोजगार खत्म हो गये हैं। सरकारी राहत ऊंट के मुहं में जीरा साबित हो रही है। लाॅकडाउन करने से पहले कम से कम दो तिहाई जनता के लिए सरकारों ने सामाजिक सुरक्षा के इंतजाम नहीं किये और कोरोना की जांच, उपचार के लिए जरूरी व्यवस्थाएं नहीं की गई। लाॅकडाउन करने के बाद ही इन कामों में तेजी आई है। अब गरीब से लेकर अमीर तक सब परेशान हैं। समकालीन भारत में वास्तव में क्या हो रहा है यह जानना और समझना और उसके हिसाब से अपने आपको / समाज को बचाने के लिए जरूरी है कि आप सही सूचनाएं ग्रहण करें। हमारा ऐसा ही प्रयास है। कृपया हमारी वेबसाइट देखें, अपनी राय, समाचार, रचनाएं भेजिए ईमेल peoplesfriend9@gmail.com पर। मो. 9897791822 पर अपने नाम पते सहित अपना संदेश एसएमएस कर सकते हैं। रिपोर्टर बनकर अपनी आमदनी बढ़ाएं हमें भी सहयोग दें। हिंदी समाचार-विचार वेबसाइट्स- https://uttaranchaljandrishtikon.page और https://peoplesfriend.page