नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया में रह रहीं भारतीय अभिनेत्री एवलिन शर्मा विश्वव्यापी लॉकडाउन के दौर में अपने परिवार व अपने मंगेतर तुशान भिंडी संग समय व्यतीत कर रही हैं। उनका कहना है कि क्वारंटाइन की यह अवधि स्क्रिप्ट लिखने की दिशा में हाथ आजमाने का एक बेहतर समय है। एवलिन ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, हालात काफी मुश्किल भरे रहे हैं। सीमाओं के बंद होने से पहले ही समय से मैं भी ऑस्ट्रेलिया आ गई। अपने परिवार व मंगेतर तुशान के पास वापस आकर मैं बहुत खुश हूं। घर से काम कर मैं खुद को व्यस्त रख रही हूं।
एवलिन का कहना है कि यह विभिन्न गतिविधियों में खुद को व्यस्त रखने का एक उपयुक्त वक्त है। वह कहती हैं, मैंने महसूस किया कि यह अपनी पसंदीदा गतिविधियों में खुद को व्यस्त रखने का एक बेहतर समय है। मैं आजकल बागवानी कर रही हूं और अपने लिए सब्जियां उगा रही हूं। मैंने यह भी पाया कि स्वयं को स्क्रिप्ट राइटिंग में समर्पित करने के लिए यह एक सही समय है। एवलिन का यह भी मानना है कि यह अपने करीबियों संग वक्त बिताने का भी एक बेहतर पल है। उन्होंने आईएएनएस को बताया, एक एक्टर होने के नाते मुझे अक्सर यहां-वहां सफर करते रहना पड़ता है, जिसके चलते मुझे परिवार संग वक्त बिताने का मौका नहीं मिल पाता है। ऐसे में अभी परिवार के साथ यहां रहने की मुझे खुशी है। यह रिश्तों को बेहतर बनाने और साथ में मिलकर खूबसूरत यादें बनाने का सबसे अच्छा अच्छा तरीका है।
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बहुत देशों, इटली, स्पेन, अमेरिका इत्यादि ने लाॅकडाउन लगाया लेकिन कोरोना का प्रसार नहीं रुका। भारत में बिना किसी तैयारी और लोगों के रहने/खाने इत्यादि की व्यवस्था किये बिना लागू लाॅकडाउन से कोरोना का प्रसार तो नहीं रुका लेकिन लाखों-करोड़ों लोगों की जिंदगी रुक गई है। अनेक देशों जैसे क्यूबा, दक्षिण कोरिया, वेनेजुएला, ताइवान आदि में लाॅकडाउन नहीं लगाया गया लेकिन कोरोना से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ क्योंकि इन देशों ने बेहतर इंतजाम किये थे।
लगता है मौजूदा सरकार जनता को बदहाली में रखना चाहती है, कभी नोटबंदी, कभी जीएसटी से जीवन बुरी तरह प्रभावित होती है। मंदी आती है तो सरकार राहत नहीं देती। और फिर सीएए, एनआरसी जैसी मुसीबतें लाद देती है। और फिर कोरोना एक बड़ा बहाना, जनता को तबाह करने का। खैर... लाॅकडाउन से कोरोना प्रसार तो नहीं ही रुकना था, न रुका। जीवन में खलल पड़ा है, इसे संभालने का समय है और पूरे मामले को जानने-समझने का भी। सबसे बड़ी बात मानवीयता की है, आप कितने सहज रहते हुए खुद को संभालते हैं और दूसरों का सहयोग करते हैं। हम देश-दुनिया की तमाम गतिविधियों को आपकी जानकारी के लिए जुटाते हैं, पढ़िए, समझिए, जागरूक बनिये, औरों को जागरूक करिये। अपने सुझाव, विचार, समाचार, रचनाएं प्रकाशनार्थ आप हमें ईमेल peoplesfriend9@gmail.com पर भेज सकते हैं। -संपादक, पीपुल्सफ्रैंड.पेज